-विजयवाड़ा - गुडूर तिहरीकरण और विद्युतीकरण परियोजना का हिस्सा
दक्षिण मध्य रेलवे अपने क्षेत्राधिकार में रेल नेटवर्क अवसंरचनाओं में बढ़ोत्तरी को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है. रेल यातायात को आसान बनाने के लिए वर्तमान संतृप्त मार्गों जैसे ग्रैंड ट्रंक मार्ग पर गाड़ियों की भीड़ को कम करने की दिशा में विशेष जोर दिया जा रहा है. तदनुसार, रेलगाड़ियों के परिचालन में वृद्धि करने के लिए दोहरीकरण और तिहरीकरण कार्यों को युद्ध स्तर पर निष्पादित किया जा रहा है. इसके हिस्से के रूप में, विजयवाड़ा-गुडूर तिहरीकरण और विद्युतीकरण परियोजना का कावली-श्री वेंकटेश्वरपालेम के बीच 12.2 किलोमीटर का तीसरी लाइन कार्य पूरा कर लिया गया है.
आंध्र प्रदेश के तटीय क्षेत्र के ग्रैंड ट्रंक मार्ग में स्थित, दमरे पर विजयवाड़ा-गुडूर के बीच का सेक्शन देश के उत्तरी और पूर्वी हिस्सों को दक्षिणी राज्यों से जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है. यात्री और माल गाड़ियों, दोनों में लगातार वृद्धि होने से इस मार्ग पर गाड़ियों की अत्यधिक भीड़ हो गई है. इस महत्वपूर्ण सेक्शन में गाड़ियों के भीड़ को कम करने के लिए, वर्ष 2015-16 में विजयवाड़ा-गुडूर तीसरी लाइन परियोजना को लगभग 3246 करोड़ रुपये की लागत से 288 किलोमीटर की दूरी के लिए स्वीकृत किया गया था. आरवीएनएल द्वारा तीन पैकेजों में यह कार्य निष्पादित किया जा रहा है:
1.गुडूर-बिट्रगुंटा - 75 कि.मी.
2.बिट्रगुंटा-करवाडी – 89 कि.मी.
3.करवाड़ी-कृष्णा केनाल(विजयवाडा) – 124 कि.मी.
तीनों पैकेजों में एक साथ कार्य आरंभ किया गया. दूसरे पैकेज में, उलवपाडु - कावली के बीच के सेक्शन में 29 किलोमीटर का कार्य मार्च, 2021 में पहले ही पूरा कर लिया गया था. तलमंची - बिट्रगुंटा - श्री वेंकटेश्वरपालेम के बीच 24.8 किलोमीटर का सेक्शन दिसंबर, 2021 में पूरा कर चालू किया गया था. अब, श्री वेंकटेश्वरपालेम और कावली के बीच 12.2 किलोमीटर के तिहरीकरण कार्य के पूरा होने के साथ हीउलवपाडु-तलमंची के बीच के सेक्शन में लगातार 66 किलोमीटर की तीसरी लाइन विद्युतीकरण सहित चालू हो गई है.
श्री संजीव किशोर, महाप्रबंधक, दक्षिण मध्य रेलवे ने विजयवाडा मंडल और आरवीएनएल के पदाधिकारियों की पूरी टीम को बधाई दी जिन्होंने तिहरीकरण और विद्युतीकरण कार्य पूरा किया. उन्होंने कहा कि विजयवाड़ा-गुडूर के बीच तीसरी लाइन के कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता पर किया जा रहा है तथा सभी हिस्सों में एक साथ कार्य तेजी से प्रगति पर है. उन्होंने कहा कि इस सेक्शन के विद्युतीकरण सहित तिहरीकरण होने से इस अतिसंतृप्त मार्ग में गाड़ियों की भीड़ कम होगी तथा देश के उत्तरी और उत्तर पूर्वी भागों को दक्षिणी राज्यों के लिए निर्बाध कनेक्टिविटी की सुविधा मिलेगी.