-अकोला – पूर्णा विद्युतीकरण परियोजना के भाग के रूप में
"मिशन विद्युतीकरण" पर प्रमुख जोर देते हुए, दक्षिण मध्य रेलवे के अधिकार क्षेत्र में महाराष्ट्र राज्य में रेलवे लाइनों के विद्युतीकरण के कार्य सभी सेक्शनों में तेज गति से प्रगति कर रहे हैं. इसके हिस्से के रूप में, अकोला-पूर्ण विद्युतीकरण परियोजना में लोहगढ़-वाशिम के बीच 45.30 मार्ग किलोमीटर तक का विद्युतीकरण कार्य पूरा कर लिया गया है. इसके साथ, अकोला-वाशिम के बीच 80 किलोमीटर का निरंतर हिस्सा विद्युतीकृत हो गया है, जिससे रेल लाइनों की निर्बाध कनेक्टिविटी प्राप्त हुई है.
वर्ष 2017-18 में 277 करोड़ रुपये की प्राक्कलित लागत से अकोला-पूर्णा सेक्शन में 209 किलोमीटर तक के विद्युतीकरण को मंजूरी दी गई. इसके हिस्से के रूप में, अकोला-लोहगड के बीच 34.5 मार्ग किलोमीटर तक का विद्युतीकरण कार्य मार्च 2021 में पूरा कर लिया गया. लोहगड-वाशिम के बीच 45.3 किलोमीटर के विद्युतीकरण से सेक्शन का निरंतर 80 किलोमीटर भाग विद्युतीकृत हो गया है. शेष सेक्शनों अर्थात वाशिम-हिंगोली डेक्कन-पूर्णा में 129 किलोमीटर तक का विद्युतीकरण कार्य तेजी से प्रगति पर है.
इन रेलवे लाइनों के विद्युतीकरण से महाराष्ट्र राज्य में रेल अवसंरचना को काफी मजबूती मिलेगी और मार्ग में रुकौनियों को कम करने के साथ-साथ माल और यात्री यातायात की निर्बाध आवाजाही होगी. इन सेक्शनों में रेलवे लाइनों के विद्युतीकरण से रेलवे को ईंधन खर्च कम करते हुए अत्यधिक लाभ होगा. यह पर्यावरण हितैषी होने के कारण कार्बन फुट प्रिंट के उत्सर्जन को भी कम करता है.
श्री संजीव किशोर, महाप्रबंधक, दमरे ने दक्षिण मध्य रेलवे मुख्यालय और नांदेड़ मंडल के पदाधिकारियों और कर्मचारियों को निर्धारित समय के भीतर विद्युतीकरण कार्य पूरा करने के लिए बधाई दी. उन्होंने कहा कि इन सेक्शनों में रेलवे लाइनों का विद्युतीकरण महाराष्ट्र राज्य के विभिन्न स्टेशनों के लिए रेल कनेक्टिविटी को बढ़ाएगा. उन्होंने पदाधिकारियों को वित्तीय वर्ष के अंत तक निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए शेष सेक्शनों में कार्यों को पूरा करने के लिए उसी गति से कार्य को जारी रखने के भी निर्देश दिए.