दक्षिण मध्य रेलवे द्वारा 26 जनवरी, 2022 को रेल खेलकूद परिसर, सिकंदराबाद में 73वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास और राष्ट्रीय उत्साह के साथ मनाया गया. श्री संजीव अग्रवाल, अपर महाप्रबंधक (एल/ए) और प्रमुख मुख्य इंजीनियर, दक्षिण मध्य रेलवे, जो इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे, राष्ट्रीय ध्वज फहराया और रेलवे सुरक्षा बल की विभिन्न टुकड़ियों द्वारा प्रस्तुत गार्ड ऑफ ऑनर प्राप्त किया.
इस अवसर पर अपना संबोधन देते हुए, श्री संजीव अग्रवाल ने कहा कि प्रत्येक वर्ष 26 जनवरी की सुबह हमारे गणतंत्र दिवस का स्मरण कराती है, जिस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था. 73वें गणतंत्र दिवस के इस महत्वपूर्ण अवसर पर, उन्होंने संपूर्ण रेल परिवार को अपनी हार्दिक शुभकामनाएं दी.
जोन की प्राथमिकताओं के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे में सर्वश्रेष्ठ में से एक जोन होने के नाते इसने विभिन्न क्षेत्रों में अपना सर्वश्रेष्ठ कार्यनिष्पादन करने की अपनी समृद्ध विरासत को जारी रखा हुआ है. पहली बात यह है कि, हमारी भारतीय रेल में दक्षिण मध्य रेलवे द्वारा लगातार दसवें वर्ष रेलवे बोर्ड शील्ड प्राप्त कर सर्वश्रेष्ट बना है. कोविड महामारी से उत्पन्न चुनौतियों का सामना करते हुए, दमरे टीम ने चालू वित्तीय वर्ष के दौरान कार्य के सभी क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य निष्पादन करने के लिए उल्लेखनीय प्रयास किए है.
उन्होंने कहा कि दिसंबर 2021 तक ज़ोन की मूल आय में 59% की वृद्धि हुई है और 10,156 करोड़ रुपये की कमाई दर्ज की है. वित्तीय वर्ष में फ्रेट सेगमेंट में टर्नअराउंड स्टोरी का एक प्रमुख योगदान रहा है, जो वर्तमान में 85.47 एमटी माल ढुलाई की है. महत्वपूर्ण बात यह है कि 2019 में 44% की तुलना में अब हमारे कुल लदान में 52% का योगदान गैर-कोयला पण्यों के साथ हमारी माल ढुलाई में विविधतापूर्ण हो गया है.
कृषि उत्पादों के समर्थन को बढावा देने के साथ साथ आवश्यक पण्यों की आपूर्ति पर विशेष जोर दिया गया जिसके परिणामस्वरूप जोन ने अपनी स्थापना के बाद से अब तक की सबसे अच्छी पार्सल कमाई हासिल की है. उन्होंने कहा कि गंभीर चिंतन और योजनाबद्ध तरीके से हमारी यात्री गाड़ियों को पुनःआरंभ करते हुए जोन द्वारा दिसंबर 2021 तक 82 मिलियन यात्रियों को सुरक्षित परिवहन करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.
उन्होंने यह भी कहा कि गाड़ी परिचालनों में संरक्षा हमारे जोन के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है. इसके परिचालन में संरक्षा को बढ़ाने देने के लिए, चालू वित्तीय वर्ष में जोन द्वारा 51 चौकीदारवाले समपारों को हटाया गया है. दमरे ने स्वदेशी गाड़ी टक्कर निवारण प्रणाली - कवच की स्थापित करने में भारतीय रेलवे पर दमरे अग्रणी रही है. वर्तमान वित्तीय वर्ष के दौरान कवच को अब अन्य 527 मार्ग किलोमीटर, 57 स्थानों और 26 लोकोमोटिव तक बढ़ा दिया गया है. अपने रेल नेटवर्क के विस्तार में ज़ोन के निरंतर प्रयासों के कारण 163 किलोमीटर रेलपथ आरंभ हो गया है. जोन ने अपने रेल नेटवर्क के 118 रूट किलोमीटर का अतिरिक्त विद्युतीकरण भी किया है.
इस अवसर पर बोलते हुए, श्री संजीव अग्रवाल ने कहा कि चालू वित्तीय वर्ष में सिगनल और दूर संचार कारखाना, मेट्टूगुडा में पाइंट मशीनों के निर्माण के लिए मंजूरी मिलने से भारत के माननीय प्रधान मंत्री के आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना को जोन मेंबढ़ावा मिली है. भारतीय रेलवे पर स्वदेशी प्वाइंट मशीनों के निर्माण की क्षमता रखने वाली यह तीसरा कारखाना है. दमरे हमेशा से ही आत्मनिर्भरता के पथ पर आगे बढ़ने में विश्वास रखती है और अपने नेटवर्क पर हरित पहल को बढ़ावा देने के लिए लगातार नवोन्मेषी कदम उठा रही है.
चालू वित्त वर्ष में, जोन ने अक्षय ऊर्जा के दोहन के लिए 510 केडब्ल्यूपीसौर पैनल लगाए हैं. इसके द्वारा और 16 अतिरिक्त जोड़ी गाड़ियों को अब इलेक्ट्रिक ट्रैक्शन के साथ संचालित किया जा रहा है, अन्य 16 जोड़ी गाड़ियों को एचओजी तकनीक के साथ संचालित करने हेतु रूपातरित किया गया है, जिसके परिणामस्वरूप प्रति वर्ष 54 करोड़ रुपये की बचत हुई है. अपनी हरित पहल की मान्यता में, दक्षिण मध्य रेलवे को चालू वित्त वर्ष में ऊर्जा मंत्रालय, भारतीय उद्योग परिसंघ से लेकर तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की राज्य सरकारों तक के 15 ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार प्राप्त हुए.
श्री. संजीव अग्रवाल ने कहा कि किसी भी संगठन की मुख्य ताकत कर्मचारी होते हैं. तदनुसार, इसकी टीम के सदस्यों के कल्याण के लिए कई सक्रिय कदम उठाए जा रहे हैं. वर्तमान में, कोविड परीक्षण के समय जोन ने हमारे कर्मचारियों और उनके परिवारों की चिकित्सा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आवश्यक सुविधाओं के साथ अस्पताल के बुनियादी ढांचे को मजबूत किया है. इस संबंध में एक और मूल्यवान अतिरिक्त ऑक्सीजन की आवश्यकता को पूरा करने के लिए 2,270 लीटर प्रति मिनट की कुल संयुक्त क्षमता वाले जोन सात रेलवे अस्पतालों में नौ पीएसए ऑक्सीजन संयंत्रों को चालू करना है.
श्री संजीव अग्रवाल ने पूरे दमरे कार्यबल से राष्ट्र की सेवा करने और हमारे संगठन द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए खुद को प्रतिबद्ध करने का आह्वान किया. उन्होंने यह भी कहा कि सामूहिक मेहनत और समर्पण जोन को सफलता की नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा.