परियोजना का पहला चरण अर्थात विजयवाडा केबिन और चेरुवुमाधवरम केबिन के बीच विद्युतीकरण सहित तीसरी लाइन को चालू किया
दमरे द्वारा ग्रैंड ट्रंक मार्ग में महत्वपूर्ण तीसरी लाइन विजयवाडा - काजीपेट तिहरीकरण परियोजना को, पहले चरण अर्थातविजयवाड़ा न्यू वेस्ट ब्लॉक हट केबिन - चेरुवुमाधवरम केबिन के बीच का कार्य पूरा करते हुए चालू किया गया. यह परियोजनाआंध्र प्रदेश और तेलंगाना राज्यों को कवर करती है. विद्युतीकरणसहित16.7 किलोमीटर तक की तीसरी लाइन अब चालू हो गई है. विजयवाड़ा - काजीपेट के बीच का सेक्शन ग्रैंड ट्रंक मार्ग पर स्थित एक महत्वपूर्ण रेल लिंक है जो देश के दक्षिणी क्षेत्रों को उत्तरी भागों के साथ जोड़ता है.
दमरे पर विजयवाडा - काजीपेट के बीच का सेक्शन आंध्र प्रदेश और तेलंगाना दोनों राज्यों में आता है. यह उन व्यस्तम मार्गों में से है जिसपर निरंतर यात्री और माल गाड़ियों का आवागमन होता है, जिसके कारण यह सेक्शन अति संतृप्त है. इस महत्वपूर्ण सेक्शन पर गाड़ियों की भीड़-भाड़ को कम करने के लिए 219 किलोमीटर (आंध्र प्रदेश-35 किलोमीटर और तेलंगाना-184 किलोमीटर) की विजयवाडा - काजीपेट तिहरीकरण और विद्युतीकरण परियोजना को 1,952 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत पर मंजूरी दी गई. संपूर्ण सेक्शन के सभी हिस्सों में कार्य प्रगति पर है. विजयवाडा न्यू वेस्ट केबिन और चेरुवुमाधवरम के बीच पहले चरण के कार्यों को पूरा करने के लिए अगस्त और सितंबर, 2022 माह में 34 दिनों के लिए गैर अंतर्पाशन कार्य किया गया.
तदनुसार, विद्युतीकरण सहित विजयवाड़ा न्यू वेस्ट केबिन-चेरुवुमाधवरम केबिन के बीच 16.7 किलोमीटर के लिए तीसरी लाइन चालू की गई है. यह पूरा सेक्शन आंध्र प्रदेश राज्य के अंतर्गत आता है. तीसरी लाइन के कार्य के हिस्से के रूप में, रायनपाडु स्टेशन पर दो माल लाइनों को विधिवत विघटित करते हुए एक कॉमन लूप लाइन बिछाई गई है. रायनपाडु स्टेशन पर 232 रूट्स और कोंडापल्ली स्टेशन पर 224 रूट्स के साथ नई इलेक्ट्रॉनिक इंटरलॉकिंग (ईआई) प्रणाली आरंभ की गई है, जबकि विजयवाड़ा न्यू वेस्ट केबिन पर 47 रूट्स के साथ ईआई प्रणाली को संशोधित किया गया है. इस चरण में तीसरी लाइन के चालू होने से माल और यात्री दोनों गाड़ियों की भीड़भाड़ कम होगी.
श्री अरूण कुमार जैन, महाप्रबंधक (प्रभारी), दक्षिण मध्य रेलवे ने विजयवाडा केबिन-चेरुवुमाधवरम केबिन के बीच विद्युतीकरण सहित तिहरीकरण कार्यों के पहले चरण को सफलतापूर्वक चालू करने के लिए विजयवाड़ा मंडल और निर्माण संगठन की पूरी टीम की सराहना की. उन्होंने कहा कि काजीपेट-विजयवाडा तिहरीकरण परियोजना के पूरा होने से इस अतिसंतृप्त मार्ग पर भीड़भाड़ कम होगी तथा अधिक गाड़ियों की प्रभावी ढंग से संभलाई में सुविधा होगी. उन्होंने पदाधिकारियों को कार्य में तेजी लाने को भी कहा ताकि वित्तीय वर्ष के अंत तक इस सेक्शन के और अधिक हिस्सों के कार्य को पूरा किया जा सके.