शेड का सारइस शेड को दिनांक21 अप्रैल, 1973 में आरंभ किया गया, जिसके बेड़े में 30 डब्ल्यू डी एम 2 इंजन थे और अब इस शेड के पास विभिन्न प्रकार की 142 इंजन हैं.
डीज़ल लोको शेड़/काज़ीपेट की गतिविधियां
- डब्ल्यू डी एम -2, डब्ल्यू डी एम 3 ए, डब्ल्यू डी जी 3 ए प्रकार के इंजनों का अनुरक्षण.
- निक्षेप कार्यों के अंतर्गत पी एस यू (एन टी पी सी/ एम एस ई बी ) इंजनों का वार्षिक अनुसूची
- 140 टन ब्रेक डाउन क्रेन का अनुरक्षण और परिचालन.
- ए आर टी (एम एफ डी री-रेलिंग उपकरण) का अनुरक्षण और परिचालन.
- रनिंग कर्मचारियों के साथ-साथ अनुरक्षण कर्मचारियों के लिए प्रशिक्षण देने हेतु डीज़ल कर्षण प्रशिक्षण केंद्र चलाना
अधिकारियों का सेट-अप
कार्य बल
विवरण | स्वीकृत | वास्तविक | रिक्त |
पर्यवेक्षक | 87 | 52 | 35 |
कारीगर | 680 | 571 | 109 |
समूह "घ" | 105 | 88 | 17 |
अनुषंगी | 48 | 36 | 12 |
लिपिकवर्गीय(एन पी+ पी | 45 | 32 | 13 |
अन्य | 54 | 40 | 14 |
कुल | 1019 | 819 | 200 |
कार्यनिष्पादन एक नज़र में
पैरामीटर | लक्ष्य/वास्तविक | 2008-09 | 2009-10 | 2010-11 |
आउटेज | लक्ष्य | 79.93 | 80.49 | 81.04 |
वास्तविक | 87.64 | 89.15 | 91.56 |
अप्रभावी प्रतिशत | लक्ष्य | 10.00 | 10.00 | 10.00 |
वास्तविक | 6.70 | 5.99 | 5.12 |
एच एस डी तेल के लिए स्नेहन का प्रतिशत | लक्ष्य | 1.50 | 1.50 | 1.50 |
वास्तविक | 0.78 | 0.77 | 0.63 |
स्नेहन तेल का खपत लीटर/100 ई एकेएम में | लक्ष्य | 7.50 | 7.50 | 7.50 |
वास्तविक | 2.96 | 2.91 | 2.59 |
विशिष्ट इंधन खपत (माल) लीटर /1000 जी टी के एम में | लक्ष्य | 2.35 | 2.30 | 2.30 |
वास्तविक | 2.04 | 2.06 | 2.59 |
विशिष्ट इंधन खपत (पैसेंजर) लीटर/1000 जी टी के एम में | लक्ष्य | 4.04 | 3.83 | 4.10 |
वास्तविक | 4.00 | 3.80 | 3.86 |
सांख्यिकीय खराबियाँ | लक्ष्य | 60 | 60 | 36 |
वास्तविक | 30 | 41 | 36 |
सीधा समयपालन | लक्ष्य | 24 | 18 | 48 |
वास्तविक | 18 | 46 | 27 |
ईîंधन अवसर्जन के लिए रेलवे उपभोक्ता डिपो
विवरण | मात्रा |
एचएसडी तेल टंकी क्षमता 456 के एल (2 टंकियां) 22.3.1977 को संस्थापित | 232 के एल + 224 केएल |
प्रतिदिन जारी एच एस डी तेल | 25 के एल |
स्नेहन तेल टंकी क्षमता 100 के लिए (2टंकियां) | 50 के एल + 50 के एल |
प्रतिदिन जारी स्नेहन तेल | 1.5 के एल |
डिर्केंटिंग पाइंटों की सं. | 7 |
जारी करने वाले पाइंटों की सं. | 2 |
पंपों की सं. (दो डीज़ल व एक विद्युत) | 3 |
थोक स्नेहन तेल अवसर्जन संयंत्र
विवरण | मात्रा |
मुख्य टंकियां (50 के एल प्रत्येक) | 2 |
सहायक टंकियां ( 5 के एल प्रत्येक) | 2 |
जारी पाइंटों की संख्या | 9 |
कारपोरेट संरक्षा कार्य योजना के अनुबंध – 6 के कार्यान्वयन पर की गई कार्रवाई
संदर्भ मद सं | सिफारिश | स्तर |
77/1 | डी बी आर की उपलब्धता | सभी इंजनों में व्यवस्था की गई है. |
28.5/2 | इंजन के लिए वायु ड्रायर | सभी इंजनों में व्यवस्था की गई है. |
75/3 | जुड़वा बीम शीर्ष बत्तियों की व्यवस्था | सभी इंजनों में व्यवस्था की गई है. |
28.4/4 | कागज़ सहित एस पी एम आधारित माइक्रोप्रोसेसर की व्यवस्था. | सभी इंजनों में व्यवस्था की गई है. |
69/5 | कौंध बत्तियों की आटो स्विचिंग ऑन की व्यवस्था | सभी इंजनों में व्यवस्था की गई है. |
28.2/6 | एल ईडी कौंध बत्ती की उच्च विशिष्टता | अब तक 82 इंजनों में व्यवस्था की गई है. |
अनुरक्षण सहायता भंडार
स्टाक की गई कुल मदें | 1279 |
ए कोटि की मदें | 77 |
बी कोटि की मदें | 238 |
सी कोटि की मदें | 898 |
कुल एएसी मूल्य | 19.1 करोड |
केद्रीकृत मदों के लिए 03 जारी करने वाले वार्ड व सी पी डब्ल्यू वार्ड और 01 प्राप्ति वार्ड है. |
अनुरक्षण सहायता : प्रयोगशाला
- परीक्षण के लिए प्रयोगशाला सुविधा
- सामग्रियों का धातु विश्लेषण
- जल तत्व पता करने के लिए स्नेहक का स्पेक्ट्रोग्राफ विश्लेषण
- इंजन घटकों का एनडीटी परीक्षण (जाइग्लो, डाई पेनेट्रेट परीक्षण और मैग्ना फ्लक्स परीक्षण).
- धुरा और बेचरिगों का यूटी परीक्षण
- सवारी डिब्बों में बहते हुए लूब ऑयल को जमा करने के लिए
डैश पॉट ऑयल की व्यवस्था.
- पर्यावरण की सुरक्षा के लिए प्रदूषण नियंत्रण .
- एफ्लुअंट ट्रीटमेंट प्लांट इनसिनेरेटर
का अनुरक्षण
- शीतक जल के लिए डी एम संयंत्र का अनुरक्षण
- पेय जल हेतु आर ओ संयंत्र का अनुरक्षण.
लोको ट्रोल (भारतीय रेल में पहली बार):
दो डब्ल्यू डी एम2 अति आयु वाले इंजनों में बेतार बहु यूनिट काउपलर लगाए गए और ये भद्रालचम सेक्टर में केटीपीएस और रुद्रमपुर के बीच सफलतापूर्वक कार्यचालन स्थिति में हैं. यह कार्य भारतीय रेल में पहली बार हुआ है.
अलग करने, पीछे करने और इंजनों को जोड़ने (एमयू) , दाब बताने और निरंतर जांच आदि के लेखे पर रुकौनी को लदान और उतराई पाइंटों पर दूर खत्म कर दिया गया है. बिना केबल जोडे एम यू परिचालन कर परिचालन में सहजता लायी गयी है. गाड़ी विभाजन की संभावना को कम करने के लिए कप्लर फोर्सों को न्यूनतम पर लाया गया है.
आर टी यू पीछे का लोको आर टी यू आगे का लोको
- आरटीयू रिमोट टर्मिनल यूनिट
- आरटीयू का उपयोग इनपुट और आउटपुट को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है.
हिंदी कार्यान्वयन
90% कर्मचारी अपना सरकारी काम काज हिंदी-अंग्रेजी द्विभाषिक रूप में कर रहे हैं और हिंदी बैठकें प्रत्येक तिमाही में आयोजित किए जा रहे हैं. डीज़ल लोको शेड, काज़ीपेट को सिकंदराबाद मंडल में राजभाषा के रूप में हिंदी के कार्यान्वयन के लिए 26.10.2011 को हिंदी प्रदर्शनी के दौरान प्रथम स्थान प्राप्त हुआ.
कर्मचारी कल्याण
काज़ीपेट क्षेत्र में लगभग 754 क्वार्टर हैं और जिनमें 379 क्वार्टर (टाइप I -155, टाइप – II 176, टाइप – III 41, टाइप – IV- 07) डीज़ल /कॉलोनी में हैं जो कार्य बल का 45% है.
शेड द्वारा किए गए विशेष प्रयास और प्रमुख विशेषताएंं
प्रमुख विशेषताएंं
- इस वर्ष के दौरान लक्ष्य के प्रति उपलब्धता 13.6% से अधिक, बनाए रखा गया है.
- इस चालू वर्ष के दौरान अप्रभावी प्रतिशत, जो 10% के अनुमत सीमा के प्रति 5.0% से कम है.
- बेतार एमयू कप्लर (लोको ट्रोल) भारतीय रेलों में पहली बार अधिक आय वाले दो डब्ल्यू डी एम 2 इंजनों में फिट किए गए हैं और ये इंजन भद्राचलम सेक्टर में के टी पी एस और रुद्रमपुर साइडिंग के बीच सफलतापूर्वक कार्यरत हैं.
- 126 इंजनों में 60 डब्ल्यू डी जी 3ए व डब्ल्यूडीएम 3ए इंजनों को 15 दिनों के अंतराल अनुसूची के प्रति 30 दिन के अंतराल अनुसूची के लिए फिट किया गया है, जिनमें 42 इंजनों को 40 दिनों के अंतराल में कार्य करने के लिए फिट किया जा रहा है.
पहल
- इंजनों की बेहतर विश्वसनीयता और उपलब्धता प्राप्त करने के लिए प्रत्येक अनुभाग के लिए (शेड में 20 अनुभाग हैं) निर्धारित लक्ष्य के साथ कार्य योजना लागू की गई है.
- इंजन अनुसूची इतिवृत्त को कंप्यूटरीकृत किया गया है. इसी प्रकार इंजन की खराबियाँ, इंजन कार्यक्रम, पहिया प्रोफाइल, भंडार और घटक खराबियाँ आदि भी शीघ्र और सही विश्लेषण के लिए ऐक्सेस और डेटाबेस में कंप्यूटरीकृत किया गया है.
- संरक्षा कार्य-योजना वसेइंजी और अधिकारियों के स्तर पर प्रमाणित सभी संरक्षा पैरामीटरों सहित शेड से इंजनों को टर्न आउट करने के लिए कार्यान्वित किया गया.
- प्रत्येक संरक्षा पैरामीटर की जांच करने के लिए जिम्मेदार कर्मचारी, पर्यवेक्षक वे अधिकारियों को इस योजना के अंतर्गत लाया गया है और कुशलतापूर्वक मानीटरी किया गया. लोको के लेखे पर पटरी से गाड़ी उतरने की घटना नहीं हुई.
- सी बी सी कोचिंग स्टाक के परिणामस्वरूप, सी बी सी के घटकों की जांच करने के लिए सघन अभियान आरंभ किया गया और पहचान की गई सभी खराबियों को ठीक किया गया.
- शेड में सभी अनुभागों के लिए लेखा-परीक्षा योजना तैयार किया गया है और बहुत उत्कृष्ट विश्वसनीयता तथा इंजनों की उपलब्धता प्राप्त करने के लिए नियमित लेखा परीक्षाएं आयोजित करने के लिए फ्लेक्स चार्ट बनवाकर शेड के सभी अनुभागों में प्रदर्शित किया गया है.
- इंजनों की बेहतर विश्वसनीयता और उपलब्धता प्राप्त करने के लिए कार्यचालन को सुव्यवस्थित करने हेतु सभी अनुभागों में तकनीकी लेखापरीक्षा नियमित रूप से आयोजित किए जा रहे हैं.
- इंजन की विभिन्न उप असेंब्लियों की विश्वसनीयता में वृद्धि लाने के लिए जांच गैडजेटों की संख्या में वृद्धि लाई गई .
वर्ष2011-12 के लिए मिशन क्षेत्र
- 30 दिनों के निर्धारित अंतराल में अधिक से अधिक इंजनों का कन्वर्शन
- 40 दिनों के निर्धारित अंतराल में अधिक से अधिक इंजनों का कन्वर्शन
- 20 इंजनों में कर्मीदल के लिए सुविधाओं को संपन्न कैब के रूप में बदलना.
- इंजनों को सुरक्षित चलाने केलिए संरक्षा कार्य योजना का कार्यान्वयन.
- प्रत्येक अनुभागवार कार्य-योजना का कार्यान्वयन .
- बार-बार होनेवाली खराबियों को दूर करने के लिए खराबियों की वैज्ञानिक विश्लेषण और उपयुक्त निवारक कार्रवाई की पहल करना.
- लक्ष्य से अधिक इंजनों + 125% की उपलब्धता बनाए रखना.
- अनुभागों और संपूर्ण शेड की उत्कृष्ट गृह-व्यवस्था.
- पर्याप्त यूनिट एक्सचेंज अतिरिक्त पुर्जों में वृद्धि.