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रेल सुरक्षा बल (रेसुब) गुंतकल मंडल



टी.मुरलीकृष्ण, भारेसुबसे
मंडल सुरक्षा आयुक्त,
रेल सुरक्षा बल,
गुंतकल
1)रेसुब परिचय:
रेलवे संपत्ति की सुरक्षा और संरक्षा के लिए वर्ष 1957 में भारत के संसद के एक अधिनियम द्वारा रेल सुरक्षा बल का गठन किया गया.यह रेल मंत्रालय का अधीनस्थ विभाग है. अखिल भारतीय स्तर पर महानिदेशक/रेसुब/नई दिल्ली के नेतृत्व में, क्षेत्रीय स्तर पर महानिरीक्षक सह प्रमुख मुख्य सुरक्षा आयुक्त और मंडल स्तर पर वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त (या) मंडल सुरक्षा आयुक्त हैं. कार्य क्षेत्र पर, रेसुब चौकी मेंएसएचओ के रुप में निरीक्षक और रेसुब बाहरी चौकी मेंउप निरी या सउनिरी तैनात हैं.
रेसुब अधिनियम,1957 का वर्ष 1985 में संशोधन कर बल को "संघ की सशस्त्र सेना" में परिवर्तित किया गया था. आगे इस अधिनियम को वर्ष 2003 में संशोधित करते हुए रेसुब को निम्नलिखित ड्यूटीयां सौंपी गयी:-
1.रेलवे की संपत्ति, यात्री परिसर और यात्रियों की सुरक्षा और संरक्षा करना.
2.रेल संपत्ति के प्रेषण या यात्री के आवागमन में किसी प्रकार के अवरोध को दूर करना, तथा
3.रेल संपत्ति, यात्री क्षेत्र और यात्रियों की बेहतर सुरक्षा से संबंधित कोई अन्य कार्रवाई करना.
वर्तमानत: श्री अरुण कुमार,भापुसे महानिदेशक/रेसुब हैं और दक्षिण मध्य रेलवे के लिए श्री जी.एम.ईश्वर राव,भारेसुबसेमहानिरीक्षक सह प्रमुख मुख्य सुरक्षा आयुक्त हैं.
रेसुब, आरपी(यूपी)अधिनियम के अंतर्गत रेल परिसर में रेल संपत्ति के अपराधियों को और रेल अधिनियम के अधीन रेल परिसर में असामाजिक तत्वों के प्रति कार्यवाही करने वाला अनूठा बल है.
हाल ही में गाड़ियों में वर्जित माल की तस्करी के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए एनडीपीएस अधिनियम के तहत जब्ती और तलाशी के लिए रेसुब को सशक्त किया गया है. यह एक मात्र केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल है जिसे अभियोजन की शक्तियां प्रदत्त हैं. रेसुब कर्मियों को रेसुब अधिनियम के अनुसार रेलवे सेवक के रूप में भी माना जाता है.
2)सुरक्षा हेल्पलाइन 182(टोल फ्री):रेल यात्रियों की सुरक्षा संबंधी समस्याओं से निपटने के लिए अखिल भारतीय स्तर पर एक टोल फ्री संख्या दी गयी है जो चौबीसों घंटे 24X7 काम करता है.
3)गुंतकल मंडल का संगठनात्मक चार्ट :

4)रलोंपरसुरक्षा:-

5. गुंतकल में रेसुब कुत्ता दस्ता :

6)रेलवे संपत्ति (अवैध कब्जा )अधिनियम के अंतर्गतकार्यनिष्पादन :
वर्ष | मामलों की संख्या | संपत्ति का मूल्य |
दर्ज | पता लगाया गया | पता लगाए गए का % | चुराई गई | वसूला गया | पता लगाए गए का % |
2019 | 61 | 60 | 99% | 7,28,596/- | 6,92,596 | 97% |
2020 (अगस्त तक) | 06 | 06 | 100% | 55,150/- | 55,150/- | 100% |
7)रेलवे अधिनिय के अंतर्गत कार्यनिष्पादन :
वर्ष | दर्ज मामलों की संख्या | गिरफ्तार व्यक्तियों की संख्या | वसूली गयी जुर्माना की रकम | जेल भेजा गया |
2019 | 10499 | 10489 | 20,15,900/- | 01 |
2020(अगस्त तक) | 3128 | 3107 | 5,01,500/- | 00 |
8) यात्री केसामान की चोरी का पता लगाना और सरेपु/स्थानीय पुलिस को मामला सौंपना:
वर्ष | पता लगाये गये मामले | गिरफ्तार व्यक्तियों की संख्या | वसूल संपत्ति का मूल्य |
2019 | 90 | 80 | 64,80,901/- |
2020 (अगस्त तक) | 24 | 17 | 7,59,858/- |

9) छूटे हुए/गुम हुए यात्री सामाना को रेसुब द्वारा बरामद करना:
वर्ष | पुन:प्राप्त सामानों की संख्या | सामानों का मूल्य |
2019 | 159 | 24,95,426/- |
2020 (अगस्त तक) | 49 | 11,82,850/- |

10) रेसुब द्वारा मादकद्रव्यों के मामलों का पता लगाना:
वर्ष | गिरफ्तार व्यक्तियों की संख्या | पता लगाये गये मामले | वसूल संपत्ति का मूल्य |
2019 | 10 | 07 | 25,85,000 |
2020 (अगस्त तक) | 05 | 03 | 45,350/-. |
11)गुमशुदा/घर सेभागे हुए बच्चों का बचाव करना :
वर्ष | पतालगाए गए गुमशुदा बच्चों की संख्या |
2019 | 86 |
2020 (अगस्त तक) | 16 |
12) एक्सप्रेस गाड़ियों का मार्गरक्षण करना:रेल सुरक्षा बल सरकारी रेलवे पुलिस के समन्वयन से गुंतकल मंडल पर रात्री के दौरान लगभग 60 एक्सप्रेस गाडि़यों की मार्ग रक्षण करते हुए यात्रियों और उनके सामानों की सुरक्षा कर रहे हैं.
13) हाल ही में रेसुब द्वारा किएहाल ही में की गई विशेष कार्य:
कोविड-19 महामारी के दौरान गुंतकल मंडल के रेसुब कर्मियों ने लोगों के कल्याणार्थ बड़ा योगदान दिया है. धर्मवरम, अनंतपुरम, गुंतकल, डोन, कड़पा, रेणिगुंटा और तिरुपति तथा अन्य स्थानों में लॉक डाउन के दौरान कई असहाय लोगों/ बेरोजगारों/श्रमिकों/ ठेके पर काम करनेवालों को 4,748 खाने के पैकेट बांटे. कुछ जगहों में जरुरतमंदों को चावल, आटा, साबुन, तेल, नमक, दाल आदि सामग्री भी उपलब्धकराई है.कोविड महामारी के दौरान महत्वपूर्ण पार्सल विभिन्न स्थानों पर पहुंचाने के लिए संपूर्ण भारतीय रेलवे में कई पार्सल गाड़ियां चलायी जा रही हैं जिनकामार्ग रक्षण रेसुब द्वारा की जा रही है. इसके अलावा, विविध स्थानों पर रुकी हुई रेल गाड़ियों की भी रेसुब संरक्षा कर रही है. रेसुब कर्मी स्थानीय पुलिस के साथ समन्वयन से प्रतिदिन रेल कर्मचारियों को अपने कार्यस्थल तक पहुंचानेमें मदतकर रहे हैं. सभी प्रमुख स्टेशनों और महत्वपूर्ण मार्गस्थ स्टेशनों पर रेल संपत्ति और कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए चौबीसों घंटे कर्मियों को तैनात किया गया है.
गुंतकल मंडल के सभी रेसुब कर्मचारियों ने प्रधानमंत्री राहत निधि के लिए एक दिन के वेतन का अशंदानदिया है.

